करौली। पर्यावरण बोध संस्थान के मीडिया प्रभारी मदन मोहन भास्कर ने बताया कि रविवार को बडौली मोड़ वज़ीरपुर में डॉ.श्री मोहन मीणा की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक का आयोजन किया गया । जिसमें संस्था के आगामी कार्यों की रूपरेखा के बारे में,अब तक किये कार्यों के विषय में सुझाव,आर्थिक स्थिति की समीक्षा करते हुए कुछ पदों पर भर्ती किये जाने के मुद्दे आदि कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
संस्थान के सचिव प्यारसिंह मीणा ने आय- व्यय का लेखा - जोखा प्रस्तुत किया। संस्थान के अध्यक्ष डॉ.श्रीमोहन मीणा नव बताया कि बिना पेड़ लगाये प्रकृति का संतुलन सम्भव नहीं है इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के साथ साथ उनकी देखभाल करना बहुत जरूरी है।धरा की सुन्दता के लिए वृक्षारोपण करना चाहिए। ये बहुत ही पुनीत व सराहनीय कार्य है।पौधों से पर्यावरण का संतुलन बना रखता है। पेडों से ही हमारा जीवन है क्योंकि पेड़ हमें फल,फूल,छाया,औषधि आदि प्रदान करते है। कोषाध्यक्ष रामभजन मीणा ने वित्तीय स्तिथि को सुदृढ करने के लिए अनेक सुझाव दिये जिन पर सभी सदस्यों की सहमति बनी । संस्थान के वरिष्ठ सदस्य किरोड़ीलाल गुर्जर ने पर्यावरण के संरक्षण में सामुदायिक भागेदारी के बढ़ाने के सुभाव दिये।
इस बैठक में अध्यापक उदयसिंह काला खाना, राधेश्याम,घनश्याम मीना,सुभाष,भूरसिंह आदि उपस्थित रहे। इस बैठक में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरी तरह ध्यान रखा गया।