हिंडौन सिटी - किशन नगर अग्रसेन विहार कॉलोनी स्थित मां चामुंडा मंदिर में चल रही श्री मद भागवत कथा के तीसरे दिवस पर कथाव्यास मदन मोहन शास्त्री ने अजामिल की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि अजामिल ने बहुत पाप करने पर भी अंत समय नारायण भगवान का नाम लिया तो उसका भी उद्धार हो गया। कथाव्यास ने नवधा भक्ति का वर्णन करते हुए बताया कि प्रथम भक्ति संतो का संग, द्वितीय भक्ति कथा श्रवण, तृतीय भगवान कीर्तन, चोथी भगवान के नाम का स्मरण, पांचवीं भक्ति भगवान का अर्चन, छटवी भक्ति भगवान के प्रति श्रद्धा व प्रेम सातवीं दूसरों का भला परोपकार करना सहित भक्ति के नौ रूप बताए। भक्त प्रहलाद की कथा का वर्णन भी किया।कथा व्यास के साथ आए भक्त कलाकारों ने भजन गाए जिनको सुनकर भक्त श्रोता गदगद हो गए।कथा का आयोजन 27 जनवरी तक होगा। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में कथा सुनने वाले भक्त मौजूद रहे। इस अवसर पर महेश गोयल एडवोकेट हिंडौन सहित कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहें