प्रदेश के सभी जिलों में जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय प्रोत्साहन समितियों का गठन किया गया है। करौली कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग की अध्यक्षता में इसकी बैठक आयोजित कर "एक जिला एक उत्पाद" अन्तर्गत 'सेण्ड स्टोन' का चयन कर उद्योग विभाग सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किया गया है।इसकी निरन्तर मानिटरिंग के लिए उद्योग सेवा के अधिकारी प्रभारी बनाए गए हैं।सी.बी.नवल संयुक्त निदेशक उद्योग विभाग ने भी गत 5 सितम्बर को रीको औद्योगिक क्षेत्र करौली के उद्यमियों के साथ बैठक आयोजित कर एक्सपोर्ट इम्पोर्ट कोड जारी कराने के लिए प्रेरित किया है।जिले में अब तक 20 औद्योगिक इकाईयों ने एक्सपोर्ट इम्पोर्ट कोड (IEC)जारी कराकर निर्यातक बनने की इच्छा जाहिर की है। रीको उद्योग मंडल के अध्यक्ष शिव कुमार सिंघल ने बताया कि उद्यमी गुणवत्तापूर्ण उत्पादों का निर्माण कर अन्तराष्ट्रीय मानक को अपनाकर निर्यातक बन सकते हैं।उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की हैण्डहोल्डिंग सेवा का लाभ उठाकर आईईसी यानि इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड जारी कराया जा सकता है। बुधवार को मौके पर ही भगवती इंडस्ट्रीज ,पीवीसी पाइप एवं गोमती एन्टरप्राइजेज ,स्टोन आर्टिकल निर्यात के लिए दो आईईसी जारी किए गए।रीको मीडिया प्रभारी एम., इकबाल बबलू ने बताया कि जिले से सेण्ड स्टोन,अनाज ग्रेडिंग कृषि उपकरण, सिलिका , रेडीमेड कपड़ा,प्लास्टिक पाइप,स्लेट क्रेशर गिट्टी निर्यातक योग्य उत्पाद हैं।
इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र महा प्रबंधक कमलेश मीणा,जिला उद्योग केंद्र अधिकारी अमृतलाल मीणा, सुरेंद्र गुप्ता, भीम सिंह चौधरी,रीको के पवन विष्णु उद्योग मंडल हिंडौन के अध्यक्ष शिवकुमार सिंहल, महामंत्री विनोद कुमार,प्रवक्ता एम.इक़बाल, बाबा इंडस्ट्रीज के महेश सिंघल इन्द्र सहित कई उद्यमी उपस्थित रहे।